LIC IPO– देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC के प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) की लॉन्चिंग डेट फाइनल हो गई है। 11 मार्च को एंकर निवेशकों के लिए एलआईसी के आईपीओ की लॉन्चिंग होगी। वहीं, रिटेल निवेशकों को कुछ दिन बाद दांव लगाने का मौका मिलेगा। इस आधार पर ये अनुमान लगाया जा सकता है कि आम निवेशकों के लिए 15 मार्च से पहले आईपीओ की लॉन्चिंग हो सकती है।
कब तक प्राइस होगी तय: रिपोर्ट के मुताबिक एलआईसी के आईपीओ को मार्च के पहले सप्ताह तक नियामकीय मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इसके बाद प्राइस बैंड और लॉट साइज निर्धारित किया जाएगा। मतलब ये कि आईपीओ के एक लॉट में कितने शेयर होंगे।
वहीं, प्राइस बैंड में शेयर के कीमत की जानकारी मिल सकेगी। हालांकि, आईपीओ की लॉन्चिंग के सवाल पर एलआईसी ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। वहीं, वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता ने टिप्पणी मांगने वाले रॉयटर्स के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया है।
सरकार ने LIC IPO लाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. अब उसकी निगाह LIC की बड़ी हिस्सेदारी वाले आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) का विनिवेश (Disinvestment) करनी की है. इसके लिए बाकायदा ‘रोडशो’ करने की तैयारी कर रही है.
मामले से जुडे़ एक अधिकारी ने बताया कि सरकार IDBI Bank बैंक में अपनी और LIC की हिस्सेदारी बेचने पर विशेष जोर है. इसके लिए निवेशकों के साथ 25 फरवरी से डिजिटली रूप से रोडशो शुरू होगा. इस बैंक में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी LIC की है और सरकार आईपीओ से पहले उस पर से यह बोझ हटाना चाहती है. वर्चुअली होने वाले इस रोडशो का मैनेजमेंट दीपम (DIPAM) और केपीएमजी करेगा.
IDBI Bank में सरकार की 45.48 फीसदी हिस्सेदारी है, जिसमें से बड़ा हिस्सा बेचने के लिए बायर की तलाश कर रही है. इसके अलावा LIC की भी इसमें 49.24 फीसदी हिस्सेदारी है. ये बीमा कंपनी भी आईपीओ लाने से अपनी बड़ी हिस्सेदारी बेचना चाहती है. मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सरकार और एलआईसी संयुक्त रूप से अपनी हिस्सेदारी घटाकर 26 फीसदी पर लाना चाहते हैं. इसके लिए रिजर्व बैंक (RBI) से सलाह ली जा रही है.